भय भंजना मां, सुन लें वंदना हमारी
भय भंजना मां, सुन लें वंदना हमारी
भक्ति के फूलों की माला बनाकर
आया हूं दिल में श्रद्धा की आरती सजाकर
मदद करो हे मां,रख लें लाज हमारी
भय भंजना मां, सुन लें वंदना हमारी।
ना मैं धन चाहूं, ना मैं रतन चाहूं
तुम बिन कोई नही है सहारा मेरा
बस तेरे चरणों की धूल मिल जाएं
भय भंजना मां, सुन लें वंदना हमारी।
चिंता की आग से उद्धार करो मां
मंझधार में अटका हूं बेड़पार करो मां
दुर्भाग्य की दीवार को तुम आज हटा दो
भय भंजना मां, सुन लें वंदना हमारी।
पलटा दो मेरी भी किस्मत मां
ये जीवन का सफर एक अंधा सफर है
सिसक सिसक बीत रही है दिन और रैन
भय भंजना मां, सुन लें वंदना हमारी।
डूब न जाएं मेरी आशा की नैया
किसको दिखाऊं जाके,दर्द मैं अपना
किस्मत मेरी रूठी हुई है,इस कलयुग में
भय भंजना मां, सुन लें वंदना हमारी।
नूतन लाल साहू
Mohammed urooj khan
18-Oct-2023 05:24 PM
👌👌👌👌👌👌
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